40 लाख रुपये की निकली नौकरी, न मांगा गया रिज्यूमे और न कॉलेज डिग्री की परवाह
नई दिल्ली: क्या आप सोच सकते हैं कि बिना रिज्यूमे और कॉलेज डिग्री के भी आपको 40 लाख रुपये सालाना की नौकरी मिल सकती है? सुनने में यह अविश्वसनीय लग सकता है, लेकिन टेक्नोलॉजी और स्किल-आधारित इंडस्ट्री में यह अब हकीकत बन चुका है।
आज की डिजिटल दुनिया में कई कंपनियां पारंपरिक भर्ती प्रक्रियाओं को छोड़कर कौशल और अनुभव पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। इस तरह की नई भर्ती प्रणाली ने उन लोगों के लिए भी सुनहरा अवसर खोल दिया है, जो किसी कारणवश उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर सके या जिनका पारंपरिक शिक्षा से कोई संबंध नहीं रहा।
कौन सी कंपनी दे रही है इतनी बड़ी नौकरी?
यह अवसर दुनिया की जानी-मानी टेक कंपनियों में से एक ने दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कंपनी ने अपने एक विशेष प्रोजेक्ट के लिए टैलेंटेड लोगों की भर्ती शुरू की है। इस नौकरी के लिए न तो किसी को अपना रिज्यूमे जमा करने की जरूरत है और न ही यह देखा जा रहा है कि आवेदक ने किस कॉलेज से पढ़ाई की है।
क्या योग्यता होनी चाहिए?
भर्ती प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों का कहना है कि इस नौकरी के लिए केवल एक चीज की जरूरत है—कौशल और प्रैक्टिकल अनुभव। कंपनी यह देखना चाहती है कि आवेदक के पास जो स्किल्स हैं, वे कैसे काम आ सकते हैं।
इस जॉब के लिए जो मुख्य योग्यताएँ मांगी गई हैं, वे इस प्रकार हैं:
- प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में निपुणता
- डिजिटल मार्केटिंग और ग्रोथ हैकिंग का ज्ञान
- UX/UI डिजाइनिंग और एनालिटिक्स में अनुभव
- सॉफ्ट स्किल्स जैसे प्रॉब्लम सॉल्विंग और क्रिएटिव थिंकिंग
कैसे होगी भर्ती?
यह पूरी भर्ती प्रक्रिया एक अलग तरीके से की जा रही है। आवेदकों को एक ऑनलाइन टास्क दिया जा रहा है, जिसमें उन्हें अपनी स्किल्स को प्रदर्शित करना होगा। इसके बाद, टॉप स्कोर करने वाले उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा।
इंटरव्यू में न तो पारंपरिक प्रश्न पूछे जाएंगे और न ही किसी डिग्री की मांग की जाएगी। बल्कि, उम्मीदवार को लाइव टास्क दिया जाएगा, जिसे उसे हल करना होगा। जो व्यक्ति इस टेस्ट को पास करेगा, उसे तुरंत हायर कर लिया जाएगा।
डिग्री जरूरी क्यों नहीं है?
पिछले कुछ वर्षों में, कई ग्लोबल कंपनियों ने अपने भर्ती मानकों में बदलाव किए हैं। गूगल, ऐप्पल, टेस्ला और नेटफ्लिक्स जैसी कंपनियाँ अब डिग्री पर कम और स्किल्स पर ज्यादा ध्यान देती हैं।
एक सर्वे के मुताबिक, दुनिया की 70% से अधिक कंपनियाँ अब ऐसे कैंडिडेट्स को हायर कर रही हैं, जो खुद को प्रैक्टिकल वर्क में साबित कर सकते हैं, भले ही उनके पास कोई औपचारिक डिग्री न हो।
भारत में ऐसे अवसर कितने हैं?
भारत में भी अब कई स्टार्टअप्स और टेक कंपनियां इसी मॉडल को फॉलो कर रही हैं। विशेष रूप से आईटी, डिजिटल मार्केटिंग, डेटा साइंस और क्रिएटिव इंडस्ट्री में यह ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है।
फ्रीलांसिंग और रिमोट वर्क कल्चर के बढ़ने से अब लोगों के पास डिग्री के बजाय अपनी स्किल्स पर ध्यान देने का मौका मिल रहा है। ऐसे में अगर आपके पास भी कोई बेहतरीन स्किल है, तो आप बिना किसी औपचारिक शिक्षा के भी लाखों की नौकरी पा सकते हैं।
कैसे करें आवेदन?
अगर आप भी इस तरह की नौकरियों में रुचि रखते हैं, तो आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
- अपने स्किल्स पर काम करें – प्रोग्रामिंग, डिज़ाइनिंग, डिजिटल मार्केटिंग जैसी फील्ड्स में एक्सपर्ट बनें।
- पोर्टफोलियो तैयार करें – आपके पास रिज्यूमे न हो, लेकिन आपका वर्क सैंपल या प्रोजेक्ट दिखाने के लिए जरूर होना चाहिए।
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय रहें – लिंक्डइन, अपवर्क, फाइवर, और गूगल करियर जैसी वेबसाइट्स पर अपनी प्रोफाइल अपडेट करें।
- हैकथॉन और ऑनलाइन टेस्ट्स में भाग लें – कई कंपनियां ऑनलाइन कोडिंग टेस्ट्स और हैकथॉन के जरिए टैलेंट को हायर करती हैं।
निष्कर्ष
आज के दौर में केवल डिग्री या रिज्यूमे के आधार पर ही नौकरी मिलने की संभावनाएं कम होती जा रही हैं। यदि आपके पास हुनर है और आप अपने स्किल्स को सही ढंग से प्रदर्शित कर सकते हैं, तो आप भी बिना डिग्री के लाखों रुपये की नौकरी पा सकते हैं।