दिल्ली में प्रदूषण का सत्ता बना हुआ है। AQI 450 से ऊपर चढ़ गया है, ठंड के साथ हवा और जहरीली हो गई है। नई दिल्ली में, राजधानी दिल्ली में प्रदूषण एक बार फिर से गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। लगातार गिरता तापमान और बदलता हुआ मौसम दिल्ली-एनसीआर की हवा में जहरीले कणों की मात्रा को तेजी से बढ़ा रहा है।
सोमवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI 450 से ऊपर पहुंच गया, जिससे हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई। विशेषज्ञों का कहना है कि कम तापमान, ठंडी हवाएं और कम होती हुई हवा की गति के कारण प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सर्दियों के मौसम में तापमान कम होने से वायु में मौजूद प्रदूषक तत्व जमीन के पास जाकर जम जाते हैं, जिससे घनी धुंध और स्मॉग बन जाता है। दिल्ली-एनसीआर के आनंद विहार, द्वारका, रोहिणी, नोएडा और गाजियाबाद जैसे क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है।
खासतौर पर, सुबह के समय जब सूर्य उगता है और शाम को जब सूर्य डूबता है, प्रदूषण का स्तर और उच्च हो जाता है, जिससे लोगों को सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई होती है। दिल्ली सरकार ने इस गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (GRAP) को लागू करने का विचार शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत, सरकार ऑनलाइन कक्षाओं की सिफारिश कर सकती है, निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा सकती है और ट्रकों के आवागमन पर भी प्रतिबंध लगा सकती है। साथ ही, प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में फिर से ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू करने का भी विचार हो रहा है ताकि सड़कों पर गाड़ियों की संख्या को सीमित किया जा सके।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार लगातार इस स्थिति पर नजर रखे हुए है और जल्द ही प्रदूषण को कम करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यदि प्रदूषण का स्तर और बढ़ता है, तो सरकार ऑड-ईवन फॉर्मूले के साथ-साथ अन्य कड़े उपाय भी अपना सकती है। पिछले भी प्रदूषण से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और इस बार भी पूरी तैयारी की गई है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने दिल्ली सरकार और अन्य एजेंसियों को प्रदूषण कम करने के लिए और कड़े कदम उठाने को कहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में दिल्ली की हवा सांस लेने के लिए बेहद खतरनाक है, विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लोग जरूरत से ज्यादा घर से बाहर न निकलें, मास्क पहनें और एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें ताकि शरीर में जहरीले तत्व कम हो सकें। क्या इस बार दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने में सफल रहेगी या फिर दिल्ली एक गैस चैंबर में तब्दील हो जाएगी?
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