Armed Procession in Bengal: रामनवमी पर सशस्त्र शोभायात्रा, तलवार और गदा के साथ प्रदर्शन
कोलकाता/हावड़ा: रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल में इस साल खासा अलग नज़ारा देखने को मिला। Armed Procession in Bengal के तहत युवाओं की भीड़ तलवार, त्रिशूल और गदा लेकर सड़कों पर निकली। धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत इस आयोजन को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क नजर आया।
🔹 Ram Navami Sword Display बना चर्चा का विषय
शोभायात्रा में शामिल युवकों ने पारंपरिक वेशभूषा में ढोल-नगाड़ों के साथ जय श्री राम के नारे लगाए। उनके हाथों में swords, maces और अन्य हथियार थे—जिसे Ram Navami Sword Display कहा जा रहा है। कई जगहों पर छोटी-छोटी झड़पों की भी खबर आई, हालांकि कोई बड़ी हिंसा नहीं हुई।
🔹 West Bengal Police Deployment पूरी तरह एक्टिव
कोलकाता, हावड़ा, बर्धमान और अन्य संवेदनशील जिलों में West Bengal Police Deployment के तहत बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात रहे। जगह-जगह बैरिकेड्स, CCTV कैमरे और ड्रोन की मदद से निगरानी की गई।
पुलिस अधिकारियों ने कहा:
“सभी आयोजनों की निगरानी की जा रही है ताकि कोई Religious Tension in Kolkata ना बढ़े।”
🔹 Hindu Festival Security Alert के तहत प्रशासन की तैयारी
रामनवमी के इस आयोजन को लेकर पहले से ही Hindu Festival Security Alert जारी था। राज्य सरकार ने पुलिस, दंगा नियंत्रण बल और इंटेलिजेंस यूनिट्स को हाई अलर्ट पर रखा। हाई कोर्ट के आदेशों के बाद सुरक्षा के ये कदम उठाए गए थे।
🔹 राजनीति भी गर्म: Religious Tension in Kolkata बना मुद्दा
इस Armed Procession in Bengal को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। TMC ने BJP पर धार्मिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाया, जबकि BJP ने इसे हिंदू परंपरा का हिस्सा बताया। TMC प्रवक्ताओं का कहना है कि इस आयोजन की आड़ में कानून का उल्लंघन हो रहा है।
🔹 सोशल मीडिया पर वायरल हुए दृश्य
Ram Navami Sword Display की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। कुछ वीडियो में बच्चों को भी हथियार लेकर चलते देखा गया, जिससे चिंता और बढ़ी है।
🔹 धर्मगुरुओं की अपील
विभिन्न हिंदू संगठनों और धर्मगुरुओं ने अपील की है कि रामनवमी को Armed Procession in Bengal के रूप में न मनाया जाए, बल्कि इसे शांति और भक्ति के साथ मनाया जाए। उन्होंने कहा कि शक्ति प्रदर्शन की जगह मर्यादा और संयम दिखाना जरूरी है।
🔹 निष्कर्ष: सुरक्षा बनाम संस्कृति
रामनवमी का पर्व उत्साह का प्रतीक है लेकिन West Bengal Police Deployment और Hindu Festival Security Alert यह साबित करते हैं कि स्थिति सामान्य नहीं थी। सवाल यह है कि क्या धार्मिक आस्था के नाम पर Religious Tension in Kolkata उचित है?
सत्ता, विपक्ष और समाज सभी को मिलकर सुनिश्चित करना होगा कि अगली बार यह आयोजन केवल भक्ति और संस्कृति का प्रतीक बने—not an Armed Procession in Bengal.