Written by: Ramawadh Singh Yadav
“गुलिस्तां-ए- सर सैयद” और “मिंटोरियन मीट” का आयोजन | समाज सुधारक इमरान मिंटोई को किया गया सम्मानित
रांची स्थित मदरसा-ए-उलूम के 150 गौरवशाली वर्षों के पूर्ण होने के ऐतिहासिक अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम में गुलिस्तां-ए- सर सैयद और मिंटोरियन मीट जैसे आयोजन शामिल थे। समारोह में मदरसे के पूर्व छात्र, शिक्षकगण एवं शहर भर के गणमान्य अतिथियों ने भाग लेकर इस प्रतिष्ठित संस्था की उपलब्धियों और विरासत को सम्मानित किया।
विशिष्ट अतिथियों ने मदरसे की उल्लेखनीय शैक्षणिक और विकासात्मक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए समाज के प्रति इसके निरंतर योगदान की सराहना की। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा गुलिस्तां-ए-सर सैयद पुस्तक का विमोचन, जिसमें मदरसे के अतीत, वर्तमान और भविष्य की विस्तृत झलक प्रस्तुत की गई है।
इस गौरवपूर्ण अवसर पर विख्यात समाज सुधारक इमरान मिंटोई को भी सम्मानित किया गया। उन्हें मानवता और समाज सेवा के क्षेत्र में उनके समर्पित योगदान के लिए सराहा गया। यह सम्मान मदरसे के मूल सिद्धांतों—सेवा, शिक्षा और सामाजिक न्याय—का प्रतीक बना।
कार्यक्रम के दौरान वर्ष 2024 और 2025 के लिए नई शैक्षणिक और विकासात्मक योजनाओं की भी घोषणा की गई, जो संस्था के मिशन को और अधिक सशक्त बनाएगी।
इस भव्य आयोजन में मुख्य अतिथियों के रूप में डॉ. इरफान अंसारी, कुंवर आसिफ और डॉ. मोहम्मद अली शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की और मदरसा-ए-उलूम को भविष्य में हर संभव सहयोग देने का वादा किया।
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