Written by: Sami Akhtar
नई दिल्ली:
विश्व की सबसे तेज़ी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक भारत को लेकर India GDP Growth 2025 पर एक अहम रिपोर्ट सामने आई है। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी Reuters द्वारा जारी किए गए नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार, India Economy Forecast दर्शाता है कि वित्त वर्ष 2025-26 (अप्रैल 2025 से मार्च 2026) में देश की GDP वृद्धि दर 6.4% रहने का अनुमान है।
यह अनुमान ऐसे समय में आया है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है और भारत एक स्थिर और सशक्त ग्रोथ इंजन के रूप में उभर रहा है।
GDP 6.4 Percent Reuters का क्या मतलब है?
GDP 6.4 Percent Reuters रिपोर्ट के अनुसार, यह अनुमान 60 से अधिक अर्थशास्त्रियों के एक पैनल के विचारों पर आधारित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार की बुनियादी ढांचे पर बढ़ती खर्च, डिजिटल इंडिया जैसे कार्यक्रमों की प्रगति और उपभोक्ता मांग में सुधार भारत की आर्थिक मजबूती के संकेत हैं।
Reuters की रिपोर्ट में प्रमुख बिंदु:
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FY 2024-25 में वृद्धि दर 6.5% रही
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FY 2025-26 में 6.4% रहने का अनुमान
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FY 2026-27 में GDP ग्रोथ 6.7% तक बढ़ने की उम्मीद
वर्तमान आर्थिक प्रदर्शन – Indian Economic Growth
Indian Economic Growth के पीछे कई कारण रहे हैं। सरकार की निवेश नीति, निर्यात में वृद्धि, और उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाएं (PLI Schemes) ने अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखा है। इसके अलावा, पिछले कुछ वर्षों में बैंकिंग सेक्टर की स्थिति में सुधार और डिजिटल भुगतान की व्यापकता ने भी अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की है।
क्या चुनौतियां अभी भी बाकी हैं?
हालांकि India 2025 Economic Outlook सकारात्मक है, लेकिन कुछ चुनौतियां अब भी सामने हैं:
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रोज़गार सृजन में धीमापन:
बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरी की तलाश है, लेकिन निजी क्षेत्र का विस्तार अपेक्षाकृत धीमा है। -
महंगाई का दबाव:
खाद्य वस्तुओं और ईंधन की कीमतें अब भी अस्थिर बनी हुई हैं। Reuters रिपोर्ट के अनुसार FY26 में औसत महंगाई दर 4.3% रहने की संभावना है। -
वाणिज्यिक निवेश की कमी:
निजी कंपनियों की तरफ से पूंजीगत निवेश अभी भी सरकारी निवेश की तुलना में कम है। -
ब्याज दर और मौद्रिक नीति:
RBI की रेपो दर 5.50% पर बनी रह सकती है, जिससे कर्ज़ महंगा रहेगा और उपभोक्ता मांग पर असर पड़ सकता है।
कौन-कौन से सेक्टर बनाएंगे ग्रोथ का इंजन?
India Economy Forecast में कुछ सेक्टर ऐसे बताए गए हैं जो ग्रोथ को मुख्य रूप से आगे बढ़ाएंगे:
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बुनियादी ढांचा और निर्माण
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डिजिटल और IT सेक्टर
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Renewable Energy
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Pharma और हेल्थटेक
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वित्तीय सेवाएं (Fintech, UPI आधारित सेवाएं)
अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य
भारत की तुलना अगर चीन, अमेरिका, और यूरोपीय देशों से की जाए तो India GDP Growth 2025 काफी अधिक है। जहां अमेरिका की अनुमानित ग्रोथ 2-2.5% है, वहीं यूरोप कई देशों में 0.5%-1% की ग्रोथ देखी जा रही है।
भारत एशिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है।
विशेषज्ञों की राय
HDFC Securities के मुख्य अर्थशास्त्री ने कहा:
“भारत की आंतरिक मांग मजबूत है, और अब निर्यात में विविधता लाकर और Ease of Doing Business सुधार कर ग्रोथ को और तेज़ किया जा सकता है।”
Reuters Economic Panel का मानना है कि अगर सरकार चुनाव के बाद भी आर्थिक सुधारों को जारी रखती है, तो भारत आने वाले वर्षों में 7%+ ग्रोथ हासिल कर सकता है।
निष्कर्ष
India GDP Growth 2025-26 को लेकर जारी Reuters रिपोर्ट भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं, लेकिन समग्र रूप से देखा जाए तो भारत का आर्थिक भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है।
यह रिपोर्ट उन निवेशकों, नीति निर्माताओं और आम नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है जो जानना चाहते हैं कि भारत अगले 1-2 वर्षों में किस दिशा में जा रहा है।
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