Written by: ASIYA SHAHEEN
5 जून 2025 को पूरी दुनिया World Environment Day 2025 मना रही है और इस वर्ष की थीम है – “Our Land. Our Future.” यानी “हमारी धरती, हमारा भविष्य।” इस अवसर पर भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक घोषणा की है जिसमें प्लास्टिक मुक्त भारत और जैव विविधता संरक्षण को अगले 10 वर्षों की प्राथमिकता में रखा गया है।
आयोजन और थीम:
संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की मेज़बानी इस बार सऊदी अरब कर रहा है और इसका फोकस है — भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण से निपटना, और सूखे की तैयारी। भारत में भी इस मौके पर कई बड़े आयोजनों की शुरुआत की गई।
🇮🇳 भारत सरकार की नई पहलें:
पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,
“World Environment Day 2025 केवल एक दिवस नहीं, बल्कि यह हर नागरिक के लिए पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेने का अवसर है।”
भारत सरकार द्वारा घोषित प्रमुख घोषणाएँ:
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प्लास्टिक मुक्त भारत 2030 मिशन
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1 करोड़ वृक्षारोपण कार्यक्रम – 100 शहरों में
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ग्रीन एनर्जी स्टार्टअप्स को 500 करोड़ रुपये की फंडिंग
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राष्ट्रीय जल संरक्षण नीति – 2.0 संस्करण
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स्कूल और कॉलेजों में अनिवार्य पर्यावरण शिक्षा
वृक्षारोपण और जन भागीदारी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के कच्छ में एक विशाल वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया, जहाँ 5 लाख से अधिक पौधे एक ही दिन में लगाए गए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा,
“धरती माता का संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, यह हम सबका साझा कर्तव्य है।”
वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका:
भारत ने संयुक्त राष्ट्र के “Land Restoration Pledge” में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाते हुए 26 मिलियन हेक्टेयर बंजर भूमि को 2030 तक फिर से उपजाऊ बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
साथ ही भारत ने “Global Plastic Treaty” का समर्थन करते हुए प्लास्टिक उद्योग में वैकल्पिक समाधान खोजने के लिए अनुसंधान केंद्रों की स्थापना का ऐलान किया।
युवाओं की भूमिका:
विश्वविद्यालयों और स्कूलों में ग्रीन कैंपेन की शुरुआत की गई है, जिसमें छात्र पर्यावरण स्वयंसेवक के रूप में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। अब तक 5 लाख से अधिक छात्र इसमें शामिल हो चुके हैं।
एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कांगुजम और अभिनेता अर्जुन कपूर को इस अभियान का युवा दूत बनाया गया है।
💬 विशेषज्ञों की राय:
आईआईटी दिल्ली के पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. अनुपम घोष ने बताया,
“भारत का यह हरित संकल्प न सिर्फ देश के लिए बल्कि ग्लोबल इकोलॉजी के लिए एक निर्णायक पहल हो सकता है। सरकार और जनता के संयुक्त प्रयास से ही वास्तविक परिवर्तन संभव होगा।”
आंकड़ों में भारत का प्रदर्शन:
मापदंड | 2020 | 2025 (लक्ष्य) |
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वनों का आवरण | 24% | 30% |
कार्बन उत्सर्जन | 3.1 GT | 2.5 GT |
प्लास्टिक उपयोग | 5 MMT | 2.5 MMT |
निष्कर्ष:
World Environment Day 2025 केवल एक जागरूकता का दिन नहीं, बल्कि हमारे भविष्य के लिए आज ही बदलाव लाने की शुरुआत है। भारत सरकार की हरित नीतियाँ, तकनीकी समाधान और युवा सहभागिता मिलकर पर्यावरणीय संरक्षण को सशक्त बनाएँगी।
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