Written by: ASIYA SHAHEEN
Bihar Assembly Elections 2025 को लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि बिहार में विधानसभा चुनाव सितंबर या अक्टूबर 2025 में दो से तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। आयोग इस बार कई नए नियम लागू करने जा रहा है, जिससे चुनाव पारदर्शी, सुरक्षित और अधिक तकनीकी रूप से उन्नत हो।
🔹 चुनाव आयोग की प्रमुख तैयारियाँ:
चुनाव आयोग की प्राथमिकता इस बार मतदाता सुविधा, निष्पक्षता और तकनीकी निगरानी पर है। इस बार प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाताओं को वोट देने की अनुमति होगी, जो पहले 1000 थी। मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है ताकि मतदाताओं को लंबी कतारों में न लगना पड़े।
ईवीएम (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) मशीनों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। चुनाव आयोग ने राज्य भर में बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) को प्रशिक्षित करने का अभियान शुरू किया है। साथ ही, मतदान की निगरानी के लिए CCTV और लाइव वेबकास्टिंग की भी व्यवस्था होगी।
🔹 राजनीतिक दलों की रणनीति:
राजनीतिक पार्टियाँ भी पूरी तरह सक्रिय हो चुकी हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने अपने ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ मिशन के साथ आरा से चुनावी अभियान की शुरुआत की है। चिराग का फोकस युवाओं और शहरी मतदाताओं पर है।
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी 6 जून को राजगीर का दौरा करने वाले हैं। यह उनका हालिया महीनों में बिहार का पाँचवां दौरा होगा। इससे कांग्रेस की सक्रियता और चुनाव जीतने की गंभीरता स्पष्ट होती है।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर सक्रिय करने के निर्देश दे दिए हैं। तेजस्वी यादव सोशल मीडिया और रैलियों के माध्यम से युवाओं को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
🔹 संभावित चुनाव तिथि और चरण:
हालांकि चुनाव आयोग ने अभी आधिकारिक तिथियों की घोषणा नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार सितंबर से अक्टूबर 2025 के बीच दो या तीन चरणों में Bihar Assembly Elections 2025 कराए जा सकते हैं।
🔹 मतदाता जागरूकता अभियान:
चुनाव आयोग इस बार पहली बार मतदान करने वाले युवाओं, दिव्यांग जनों, और वरिष्ठ नागरिकों पर विशेष ध्यान दे रहा है। ‘मतदाता जागरूकता अभियान’ (SVEEP) के तहत स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
ऑनलाइन मतदाता पंजीकरण की सुविधा को बढ़ावा दिया गया है, जिससे कोई भी नागरिक मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से आसानी से वोटर आईडी बनवा सकता है।
🔹 सुरक्षा और निष्पक्षता पर जोर:
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि Bihar Assembly Elections 2025 में सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी। राज्य के संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी। साथ ही, फेक न्यूज और अफवाहों पर रोक लगाने के लिए सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जाएगी।
🔹 निष्कर्ष:
Bihar Assembly Elections 2025 राज्य की राजनीति के लिए एक निर्णायक मोड़ हो सकता है। एक ओर चुनाव आयोग पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए नई तकनीकों और नियमों को अपना रहा है, तो दूसरी ओर राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने के लिए रणनीतियाँ बना रहे हैं।
इस चुनाव में मतदाताओं की भूमिका सबसे अहम होगी। जागरूक मतदाता ही एक सक्षम सरकार का निर्माण कर सकते हैं, जो बिहार को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाए।