नई दिल्ली | ASH24 NEWS
देशभर में लाखों लोग Traffic Challan से जूझ रहे हैं और उनमें से अधिकतर अपनी पेनल्टी से राहत पाने के लिए Lok Adalat का रुख करते हैं।
हालांकि, बहुत से लोग यह नहीं जानते कि Lok Adalat में सभी चालान माफ नहीं होते।
कुछ ऐसे भी चालान होते हैं जिन्हें कानूनन न माफ किया जा सकता है और न ही निपटाया जा सकता है।
तो आइए जानते हैं कि Lok Adalat Challan Rules क्या कहते हैं, और किन मामलों में राहत मिलती है और किनमें नहीं।
Lok Adalat क्या है?
Lok Adalat यानी ‘जन अदालत’ एक वैकल्पिक विवाद समाधान प्रणाली है, जिसमें जल्दी, सस्ते और सौहार्दपूर्ण तरीके से मामले सुलझाए जाते हैं।
यह मंच विशेषकर छोटे-मोटे मामलों जैसे बिजली बिल, पानी बिल, बैंक रिकवरी, और Traffic Challan Settlement के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है।
किन Traffic Challan पर नहीं मिलती माफी?
यह बेहद ज़रूरी है कि आप जान लें – Challan Not Waived की श्रेणी में आने वाले मामले कौन-से हैं:
1. Non Compoundable Offenses
इन मामलों में समझौता नहीं हो सकता:
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शराब पीकर गाड़ी चलाना (Drunken Driving)
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बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाना
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वाहन से गंभीर दुर्घटना होना (Hit & Run या Death Case)
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तेज़ रफ्तार और खतरनाक ड्राइविंग के गंभीर मामले
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गाड़ी को जानबूझकर पुलिस या चेकिंग से भगाना
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किसी सरकारी कर्मचारी पर हमला या बाधा डालना
ये मामले आमतौर पर Lok Adalat Traffic Case में निपटाए नहीं जा सकते और इन्हें नियमित कोर्ट में भेजा जाता है।
किन Challan मामलों में मिलती है राहत?
1. हेलमेट या सीट बेल्ट न पहनना
2. नो पार्किंग में वाहन खड़ा करना
3. ट्रैफिक लाइट तोड़ना (बिना किसी दुर्घटना के)
4. वाहन बीमा एक्सपायर होना
5. सामान्य ओवरस्पीडिंग
6. लाइसेंस या RC की कॉपी साथ न होना (बशर्ते दस्तावेज़ बाद में वैध साबित हो जाएं)
इन मामलों में Traffic Challan Settlement प्रक्रिया के तहत Lok Adalat में समझौता संभव है।
क्या करना होगा?
अगर आपका चालान लोक अदालत में निपट सकता है तो आपको:
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अपने राज्य की Traffic Police Website पर जाकर चेक करना होगा कि आपका चालान Lok Adalat के लिए लिस्टेड है या नहीं
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तय तारीख पर लोक अदालत में उपस्थिति दर्ज करानी होगी
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आम तौर पर 50% या उससे अधिक राशि की रियायत मिल जाती है
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माफी नहीं मिलती लेकिन कम शुल्क लेकर निपटारा हो जाता है
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चालान का भुगतान करके ऑनलाइन रसीद जमा करनी होती है
विशेषज्ञों की राय
कानूनी जानकारों का कहना है कि Lok Adalat के ज़रिए ट्रैफिक मामलों में निपटान एक अच्छा कदम है, लेकिन लोगों को यह समझना होगा कि हर मामला समझौते योग्य नहीं होता।
कुछ अपराध इतने गंभीर होते हैं कि उन्हें माफ करने का मतलब कानून के साथ खिलवाड़ होगा।
निष्कर्ष:
अगर आप भी सोच रहे हैं कि Lok Adalat में जाकर हर तरह का Traffic Challan माफ हो जाएगा, तो आपको सच जान लेना चाहिए।
केवल कुछ मामलों में राहत मिल सकती है — Drunken Driving, Serious Accidents, और Non Compoundable Offenses में Challan Not Waived होता है।
इसलिए ज़रूरी है कि पहले खुद जानकारी लें, फिर ही किसी Lok Adalat में जाएं।
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