Written by: Dr. Wasi Baig
फ्रैक्चर या टूटी हुई हड्डियाँ कई कारणों से हो सकती हैं, जिन्हें मोटे तौर पर आघात, अत्यधिक उपयोग और अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। आघात सबसे आम कारण है, जिसमें गिरना, कार दुर्घटनाएँ और खेल की चोटें शामिल हैं।
अत्यधिक उपयोग या बार-बार तनाव हड्डियों में तनाव फ्रैक्चर का कारण बन सकता है। इसके अतिरिक्त, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी कुछ चिकित्सा स्थितियाँ हड्डियों को कमज़ोर कर सकती हैं और फ्रैक्चर के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।
विवरण:
घात:
सीधा प्रभाव, गिरना, मोटर वाहन दुर्घटनाएँ और खेल की चोटें फ्रैक्चर के सामान्य कारण हैं।
अत्यधिक उपयोग/बार-बार तनाव:
एथलीट, नर्तक और बार-बार गतिविधियों में शामिल होने वाले व्यक्ति तनाव फ्रैक्चर के जोखिम में होते हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस:
यह स्थिति हड्डियों को कमज़ोर करती है, जिससे उन्हें फ्रैक्चर होने का खतरा अधिक होता है, खासकर रीढ़, कूल्हों और कलाई में।
रोग संबंधी स्थितियां:
हड्डी के ट्यूमर, संक्रमण और ऑस्टियोजेनेसिस इम्पर्फेक्टा जैसे आनुवंशिक विकार भी फ्रैक्चर में योगदान दे सकते हैं।
आयु:
उम्र से संबंधित हड्डियों के घनत्व में कमी और गिरने के बढ़ते जोखिम के कारण वृद्ध वयस्कों में जोखिम अधिक होता है।
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