देशभर में लोग एक बार फिर चिंता में हैं क्योंकि सरकार ने अचानक Excise Duty में वृद्धि कर दी है। सवाल उठ रहे हैं — क्या इससे Petrol-Diesel की कीमतें आसमान छूने वाली हैं?
Government Confirms Duty Increase: सरकार ने मानी ड्यूटी बढ़ने की बात
सरकार की ओर से बयान आया है कि राजस्व घाटे की भरपाई के लिए कुछ विशेष श्रेणियों में Excise Duty में वृद्धि की गई है। हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि इसका सीधा असर पेट्रोल और डीज़ल पर पड़ेगा या नहीं।
Market Reaction: तेल कंपनियों की बढ़ी चिंता
तेल कंपनियों के सूत्रों के मुताबिक, क्रूड ऑयल के अंतरराष्ट्रीय दाम पहले ही ऊंचे हैं, और अब घरेलू स्तर पर ड्यूटी में बढ़ोतरी से लागत मूल्य बढ़ सकता है। कंपनियां मूल्य निर्धारण पर फिर से विचार कर सकती हैं।
Past Instances: पहले भी बढ़ी कीमतों पर मचा था बवाल
2020 और 2022 में भी ऐसी ही स्थिति बनी थी जब ड्यूटी बढ़ने के बाद Petrol-Diesel की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थीं। आम जनता को तब भारी जेब ढीली करनी पड़ी थी।
Opposition Criticism: विपक्ष का सरकार पर हमला
विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा है। उनका कहना है कि पहले ही जनता महंगाई से परेशान है और अब ये कदम “जनविरोधी” है। कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर तीखे बयान दिए हैं।
Government’s Clarification: सरकार का संतुलित जवाब
सरकार ने स्पष्ट किया है कि ये Excise Duty hike एक रूटीन प्रोसेस का हिस्सा है और इसका सीधा असर हर प्रोडक्ट पर नहीं पड़ेगा। विशेष रूप से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव के लिए अलग समीक्षा की जाती है।
Common Man’s Reaction: जनता की चिंता बढ़ी
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में लोग अब पेट्रोल पंप पर भीड़ लगा रहे हैं। उन्हें डर है कि जल्द ही दाम बढ़ सकते हैं, और वो प्री-फ्यूलिंग कर लेना चाहते हैं।
Experts Say: जानकार क्या कहते हैं?
आर्थिक मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि यदि ड्यूटी में की गई बढ़ोतरी पेट्रोलियम उत्पादों पर सीधे लागू होती है, तो आने वाले दिनों में 1 से 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी संभव है।
Economic Impact: क्या होगा असर?
-
परिवहन महंगा हो सकता है
-
खाद्य सामग्री की कीमतों में इजाफा
-
लॉजिस्टिक्स सेक्टर पर प्रभाव
-
आम आदमी की जेब पर भार
Alternatives Being Considered: सरकार के पास विकल्प
सरकार ड्यूटी बढ़ाने के साथ-साथ सब्सिडी या टैक्स कटौती जैसे विकल्पों पर भी विचार कर रही है, ताकि आम जनता पर असर कम हो।
\What’s Next? आगे क्या होगा?
-
अगले कुछ दिनों में तेल कंपनियां नई कीमतें तय कर सकती हैं
-
सरकार नई कीमतें सार्वजनिक होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है
-
विपक्ष संसद में इस मुद्दे को उठा सकता है