जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने हाल ही में हुए Pahalgam terror attack की कड़ी निंदा करते हुए एक विशेष निंदा प्रस्ताव पारित किया। विधानसभा में सभी दलों ने एक सुर में इस हमले की आलोचना करते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है, और राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक, सभी स्तरों पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर कड़ा संदेश दिया गया है।
Pahalgam terror attack: क्या हुआ था?
24 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में एक बर्बर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें निर्दोष नागरिकों और पर्यटकों को निशाना बनाया गया। इस हमले में कुल 26 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। हमला अचानक हुआ, जब एक पर्यटक बस पर घात लगाकर गोलीबारी की गई थी।
यह घटना जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है और Jammu and Kashmir Assembly resolution ने इसे लेकर कड़ा कदम उठाया।
J-K विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव
विधानसभा सत्र की शुरुआत में सभी विधायकों ने दो मिनट का मौन रखकर Tribute to victims दिया। उप मुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने निंदा प्रस्ताव पेश किया जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया।
प्रस्ताव में कहा गया कि:
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यह हमला कश्मीरियत, शांति और मानवता पर सीधा हमला है।
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निर्दोषों की हत्या किसी भी सभ्य समाज में बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
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आतंकवाद के खिलाफ जम्मू-कश्मीर एकजुट है और ऐसे प्रयासों को विफल किया जाएगा।
इस प्रस्ताव के जरिए आतंकवाद के प्रति Condemnation of terrorism को दोहराया गया।
श्रद्धांजलि और परिवारों के प्रति संवेदना
सदन में विशेष रूप से शहीद सैयद आदिल हुसैन शाह का उल्लेख किया गया, जिन्होंने हमले के दौरान कई लोगों की जान बचाते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी। Tribute to victims के अंतर्गत उनका नाम सदन की कार्यवाही में सम्मान के साथ शामिल किया गया।
सभी राजनीतिक दलों ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया और उनके साथ खड़े रहने की बात कही।
सरकार का रुख: आतंक के खिलाफ सख्त कदम
जम्मू-कश्मीर सरकार ने हमले के बाद राज्यभर में सुरक्षा और खुफिया व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। केंद्र सरकार ने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए Condemnation of terrorism का सख्त संदेश दिया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा:
“पहलगाम हमला मानवता पर हमला है। हम शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। आतंकवाद का समूल नाश किया जाएगा।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
Pahalgam terror attack की गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई दी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की है।
विधानसभा का संदेश: एकता और दृढ़ता
Jammu and Kashmir Assembly resolution केवल आतंकवाद के खिलाफ निंदा प्रस्ताव तक सीमित नहीं रहा। यह पूरे राज्य के लोगों को यह संदेश देता है कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में वे अकेले नहीं हैं।
नेता विपक्ष इमरान रज़ा ने कहा:
“राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ हम सब एकजुट हैं।”
निष्कर्ष
Pahalgam terror attack ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा का Jammu and Kashmir Assembly resolution आतंक के खिलाफ देश की एकजुटता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
यह समय है जब भारत को अपनी नीतियों में और मजबूती लानी होगी ताकि भविष्य में ऐसे हमलों को रोका जा सके। Condemnation of terrorism का यह संकल्प आने वाले समय में भारत की आतंक के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत बनाएगा।