नई दिल्ली: फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप अपने बयानों और बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने मुंबई छोड़ने का फैसला लिया और इसके पीछे Bollywood में बदलते ट्रेंड को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि अब इंडस्ट्री में सिर्फ बड़े बजट की फिल्मों की डिमांड है और छोटी, बेहतरीन कंटेंट वाली फिल्मों के लिए कोई जगह नहीं बची है। अनुराग का यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
मुंबई छोड़ने के पीछे क्या वजह?
अनुराग कश्यप ने
उन्होंने बताया कि Bollywood में अब हर कोई 800-1000 करोड़ की फिल्म बनाने के पीछे भाग रहा है और छोटी फिल्मों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
🔹 अनुराग कश्यप ने कहा,
“अब इंडस्ट्री में कोई छोटी और अच्छी कहानियों पर फिल्म नहीं बनाना चाहता। हर किसी को 800 करोड़ की ब्लॉकबस्टर चाहिए, लेकिन सिनेमा सिर्फ बड़े बजट की फिल्मों तक सीमित नहीं रह सकता।”
🔹 इंडिपेंडेंट फिल्में और नए डायरेक्टर्स को मौका नहीं मिल रहा
- अनुराग ने यह भी कहा कि जो नए डायरेक्टर और लेखक छोटे बजट की बेहतरीन कहानियां ला रहे हैं, उन्हें कोई प्रोड्यूसर सपोर्ट नहीं कर रहा।
- उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि OTT प्लेटफॉर्म पर भी अब सिर्फ बड़े सितारों की फिल्में ही तवज्जो पा रही हैं।
बॉलीवुड का बदलता ट्रेंड – क्यों अब सिर्फ 800 करोड़ की फिल्में बन रही हैं?
बॉलीवुड में अब ज्यादातर बड़े बजट की कमर्शियल फिल्में बन रही हैं, जिनका लक्ष्य 1000 करोड़ क्लब में शामिल होना होता है।
📌 SRK की ‘जवान’ और ‘पठान’ ने 1000 करोड़ का बिजनेस किया।
📌 सनी देओल की ‘गदर 2’ ने 800 करोड़ से ज्यादा की कमाई की।
📌 साउथ की ‘RRR’ और ‘केजीएफ 2’ जैसी फिल्मों ने भी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया।
🔹 छोटी फिल्मों को कम स्क्रीन मिल रही हैं:
- अनुराग कश्यप ने कहा कि बड़े बजट की फिल्मों के चलते छोटी फिल्मों को सिनेमाघरों में जगह ही नहीं मिल रही।
- OTT प्लेटफॉर्म पर भी बड़े सितारों की फिल्में ही ज्यादा दिख रही हैं, जिससे इंडिपेंडेंट सिनेमा को नुकसान हो रहा है।
अनुराग कश्यप की दमदार फिल्में, जो छोटे बजट में हिट हुईं
🎬 गैंग्स ऑफ वासेपुर (2012) – बजट: ₹18 करोड़
🎬 गुलाल (2009) – बजट: ₹5 करोड़
🎬 अग्ली (2013) – बजट: ₹3 करोड़
🎬 मनमर्जियां (2018) – बजट: ₹30 करोड़
🎬 चोक्ड (2020) – OTT पर रिलीज़
🔹 इन फिल्मों की खासियत थी कि कम बजट में भी दमदार कंटेंट दिखाया गया।
बॉलीवुड और साउथ सिनेमा की तुलना
अनुराग कश्यप ने यह भी कहा कि साउथ की फिल्मों को जबरदस्त सपोर्ट मिल रहा है, लेकिन बॉलीवुड में छोटे बजट की फिल्में पीछे छूट रही हैं।
📌 साउथ सिनेमा में हर तरह की फिल्में बनती हैं – बड़े बजट की भी और छोटे बजट की भी।
📌 बॉलीवुड में अब सिर्फ बड़े स्टार्स और बड़े बजट की फिल्में चल रही हैं।
🔹 अनुराग ने कहा,
“अगर यह ट्रेंड ऐसे ही जारी रहा, तो बॉलीवुड से अच्छी कहानियां गायब हो जाएंगी और सिर्फ एक्शन-थ्रिलर और कमर्शियल फिल्में बचेंगी।”
क्या अनुराग कश्यप सिनेमा छोड़ देंगे?
अनुराग कश्यप ने मुंबई छोड़ने का फैसला कर लिया है, लेकिन उन्होंने यह साफ कर दिया कि वह फिल्में बनाना बंद नहीं करेंगे।
🔹 वह अब ज्यादा समय विदेश में बिताने की योजना बना रहे हैं।
🔹 OTT और इंटरनेशनल सिनेमा के लिए फिल्में बनाने की सोच रहे हैं।
🔹 वह छोटे बजट की फिल्मों को प्रमोट करने के लिए नए प्लेटफॉर्म ढूंढ रहे हैं।
क्या बॉलीवुड में छोटे बजट की फिल्में फिर से पॉपुलर होंगी?
🔹 एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर OTT प्लेटफॉर्म छोटे फिल्ममेकर्स को सपोर्ट करें, तो इंडिपेंडेंट सिनेमा फिर से उभर सकता है।
🔹 Bollywood में सिर्फ ब्लॉकबस्टर फिल्मों पर ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन दर्शकों की पसंद बदल सकती है।
🔹 विदेशी फिल्म फेस्टिवल और इंटरनेशनल मार्केट में भारतीय छोटी फिल्मों की मांग बढ़ रही है।
निष्कर्ष
अनुराग कश्यप का मुंबई छोड़ना Bollywood में बदलते ट्रेंड का संकेत देता है। अब यहां छोटी और दमदार फिल्मों को कम महत्व दिया जा रहा है और बड़े बजट की ब्लॉकबस्टर फिल्मों का दौर चल रहा है।
हालांकि, OTT और इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स में छोटे बजट की फिल्में अब भी जगह बना रही हैं। ऐसे में अनुराग कश्यप जैसे निर्देशकों को नए रास्ते तलाशने होंगे।
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