Spiders से डरना आम बात है, लेकिन अगर कोई चिड़ियाघर खुद लोगों से सबसे खतरनाक मकड़ी को पकड़ने की अपील करे, तो यह किसी को भी चौंका सकता है। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के एक चिड़ियाघर ने आम लोगों से “फनल वेब स्पाइडर” (Funnel Web Spider) को पकड़ने और उसे ज़ू को सौंपने की अपील की है। यह मकड़ी इतनी जहरीली होती है कि इसकी एक बूंद ज़हर से इंसान की जान जा सकती है।
अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा Dangerous अनुरोध क्यों किया गया? इसके पीछे की वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आइए जानते हैं पूरी खबर।
कौन सी है दुनिया की सबसे खतरनाक मकड़ी?
फनल वेब स्पाइडर (Sydney Funnel Web Spider) को दुनिया की सबसे Dangerous Spiders में से एक माना जाता है। यह मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती है और इसकी पहचान इसके बड़े काले शरीर और चमकदार पैरों से होती है।
इस मकड़ी की खासियतें:
- जानलेवा जहर: इसका जहर इंसानों के लिए बेहद घातक होता है और अगर समय पर इलाज न मिले तो कुछ घंटों में मौत हो सकती है।
- आक्रामक स्वभाव: यह मकड़ी छोटी-सी परेशानी पर भी हमला कर सकती है और बार-बार डस सकती है।
- तेज असर: जब यह किसी को काटती है, तो ज़हर तेजी से नसों में फैलता है और पल भर में शरीर सुन्न हो जाता है।
ऑस्ट्रेलिया में यह Spider बहुत आम पाई जाती है, लेकिन इसके खतरनाक जहर को देखते हुए लोग इससे दूर रहने में ही अपनी भलाई समझते हैं।
चिड़ियाघर ने क्यों की मकड़ियों को पकड़ने की अपील?
सिडनी स्थित ऑस्ट्रेलियन रीपटाइल पार्क (Australian Reptile Park) ने इस Dangerous Spider को पकड़ने के लिए आम नागरिकों से अपील की है। लेकिन ऐसा क्यों?
दरअसल, इस मकड़ी के जहर से एक एंटीवेनम (Anti-Venom) यानी विषरोधी दवा तैयार की जाती है, जो इसके काटने से प्रभावित लोगों की जान बचाने में मदद करती है।
एंटी-वेनम तैयार करने की प्रक्रिया:
- ज़ू द्वारा पकड़ी गई Spiders को एक विशेष प्रयोगशाला में रखा जाता है।
- उनसे सावधानीपूर्वक जहर निकाला जाता है।
- इस जहर का उपयोग वैज्ञानिक एंटी-वेनम बनाने के लिए करते हैं।
- यह एंटी-वेनम अस्पतालों और मेडिकल सेंटर्स में भेजा जाता है, जिससे ज़हरीले काटने के बाद लोगों का इलाज किया जा सके।
अब तक कितने लोगों की जान बचाई गई?
ऑस्ट्रेलियन रीपटाइल पार्क पिछले 40 सालों से इस Spiders के जहर से एंटी-वेनम तैयार कर रहा है। इससे अब तक हजारों लोगों की जान बचाई जा चुकी है। लेकिन इस साल Spiders की संख्या कम हो रही है, जिससे एंटी-वेनम का उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
लोगों को क्यों दी गई Dangerous Spiders को पकड़ने की जिम्मेदारी?
आमतौर पर वैज्ञानिक खुद इन मकड़ियों को पकड़ते हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में इस बार मौसम के कारण Spiders की संख्या कम हो रही है। चिड़ियाघर को एंटी-वेनम तैयार करने के लिए ज्यादा मकड़ियों की जरूरत है, इसलिए उन्होंने स्थानीय लोगों से मदद मांगी है।
क्या मकड़ी पकड़ना सुरक्षित है?
चिड़ियाघर ने कुछ खास गाइडलाइन्स भी जारी की हैं, जिनका पालन करने पर लोग सुरक्षित रह सकते हैं:
- मकड़ी को पकड़ने के लिए मजबूत कांच का जार इस्तेमाल करें।
- जार को धीरे से मकड़ी के ऊपर रखें और फिर एक कार्ड की मदद से उसे अंदर करें।
- जार को तुरंत बंद करें और उसमें छोटे छेद कर दें ताकि हवा अंदर जा सके।
- किसी प्रशिक्षित व्यक्ति को ही इसे चिड़ियाघर तक ले जाने दें।
क्या भारत में ऐसी कोई मकड़ी पाई जाती है?
भारत में ब्लैक विडो स्पाइडर (Black Widow Spider) और टारेंटुला (Tarantula) जैसी ज़हरीली मकड़ियाँ पाई जाती हैं, लेकिन इनमें से कोई भी फनल वेब स्पाइडर जितनी घातक नहीं होती।
हालांकि, भारत में भी कुछ Dangerous Spider हैं, जो इंसान को नुकसान पहुंचा सकती हैं, लेकिन वे आमतौर पर आक्रामक नहीं होतीं।
निष्कर्ष: क्या मकड़ियों से डरना चाहिए?
वैज्ञानिकों का कहना है कि Spiders से डरने की बजाय उनसे सतर्क रहने की जरूरत है। अधिकतर मकड़ियाँ इंसानों के लिए घातक नहीं होतीं, लेकिन यदि कोई Dangerous Spider दिखे तो उसे छेड़ने की बजाय विशेषज्ञों को इसकी जानकारी देना सही रहेगा।
ऑस्ट्रेलिया में लोग इस मकड़ी को पकड़कर मानवता की सेवा कर रहे हैं, क्योंकि इसके जहर से बनने वाला एंटी-वेनम हजारों जिंदगियों को बचा सकता है। क्या आप भी अगर ऐसी स्थिति में होते तो मकड़ी पकड़ने की हिम्मत जुटा पाते?