सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) की 9 महीने बाद धरती पर होगी वापसी, नासा ने बताई तारीख, बनाया अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड
नई दिल्ली: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स करीब 9 महीने बाद धरती पर लौटने की तैयारी कर रही हैं। नासा ने उनकी वापसी की तारीख घोषित कर दी है। इस लंबे अंतरिक्ष प्रवास के दौरान उन्होंने एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी बनाया है, जिससे वे दुनिया की सबसे अनुभवी महिला अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हो गई हैं।
मिशन की शुरुआत और अनिश्चितकालीन विस्तार
सुनीता विलियम्स 5 जून 2024 को नासा के बोइंग स्टारलाइनर क्रू टेस्ट फ्लाइट मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुई थीं। यह एक 8 दिनों का परीक्षण मिशन था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों और अन्य कारणों से यह लगभग 9 महीने लंबा हो गया।
🔹 क्या हुआ मिशन के दौरान?
- स्टारलाइनर कैप्सूल में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके चलते यह मिशन निर्धारित समय से अधिक लंबा हो गया।
- नासा को ISS में कई अतिरिक्त अनुसंधान और परीक्षण करने पड़े, जिससे मिशन की अवधि बढ़ गई।
- बदलते मौसम और अन्य तकनीकी कारणों से उनकी वापसी को कई बार स्थगित किया गया।
अब नासा ने पुष्टि की है कि सुनीता विलियम्स 19 मार्च 2025 को धरती पर लौटेंगी।
अंतरिक्ष में रहने का नया रिकॉर्ड
सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) पहले भी लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के लिए जानी जाती हैं। इस बार लगभग 9 महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद उन्होंने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।
📌 महत्वपूर्ण तथ्य:
✅ उन्होंने अपने करियर में कुल 600+ दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं।
✅ यह किसी महिला अंतरिक्ष यात्री द्वारा किया गया सबसे लंबा मिशन में से एक है।
✅ वे स्पेसवॉक (अंतरिक्ष में चहलकदमी) करने वाली सबसे अनुभवी महिला यात्रियों में से एक बन गई हैं।
उनका यह रिकॉर्ड भविष्य के चंद्रमा और मंगल मिशनों के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
नासा ने जारी की वापसी की योजना
नासा के अनुसार, सुनीता विलियम्स और उनके साथी बैरी विल्मोर (Barry Wilmore) स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन के जरिए ISS से वापस लौटेंगे।
🔹 क्रू-10 मिशन से जुड़ी खास बातें:
- यह मिशन 12 मार्च 2025 को लॉन्च होगा।
- इसमें नासा, जापान एयरोस्पेस एजेंसी (JAXA) और रूस की रोस्कोस्मोस एजेंसी के यात्री शामिल होंगे।
- क्रू-10 टीम ISS पर एक सप्ताह तक ट्रेनिंग करेगी, जिसके बाद 19 मार्च को सुनीता और उनकी टीम की वापसी होगी।
अंतरिक्ष प्रवास के दौरान आईं चुनौतियां
🌍 लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से शरीर पर प्रभाव पड़ता है, जिससे लौटने के बाद कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
🔹 शरीर पर असर:
✔️ मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी
✔️ संतुलन और चलने में दिक्कत
✔️ ग्रेविटी में वापसी के कारण चक्कर आना
🔹 मानसिक चुनौतियां:
✔️ अंतरिक्ष में अकेलापन और सीमित संसाधन
✔️ परिवार और दोस्तों से लंबी दूरी
✔️ लगातार वैज्ञानिक अनुसंधान और कठिन दिनचर्या
सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) धरती पर लौटने के बाद NASA के पुनर्वास कार्यक्रम में शामिल होंगी, जिसमें उन्हें फिजिकल थेरेपी और मेडिकल सपोर्ट दिया जाएगा।
सुनीता विलियम्स(Sunita Williams): अंतरिक्ष अन्वेषण में एक प्रेरणा
🔹 पहली भारतीय मूल की महिला जिन्होंने अंतरिक्ष में कदम रखा।
🔹 अब तक दो बार अंतरिक्ष यात्राएं पूरी कर चुकी हैं।
🔹 एक महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में स्पेसवॉक का रिकॉर्ड।
🔹 अंतरिक्ष में वैज्ञानिक प्रयोगों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उनकी यह सफलता महिला सशक्तिकरण और विज्ञान के क्षेत्र में भारत की भागीदारी को भी मजबूत करती है।
क्या यह मिशन भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होगा?
सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) का यह मिशन आने वाले चंद्र और मंगल मिशनों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।
✅ अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के प्रभावों को समझने में मदद मिलेगी।
✅ मंगल और अन्य गहरे अंतरिक्ष मिशनों की तैयारियों को बेहतर किया जा सकेगा।
✅ नई पीढ़ी के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक प्रेरणा बनेगी।
NASA और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां इस मिशन से मिले डेटा का उपयोग भविष्य के गहरे अंतरिक्ष मिशनों की योजना बनाने के लिए करेंगी।
निष्कर्ष
📅 19 मार्च 2025 को उनकी वापसी होगी, जिससे वे अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक रहने वाली महिलाओं में शामिल हो जाएंगी।
🌍 आपका इस बारे में क्या सोचना है? क्या यह मिशन भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक नई राह खोलेगा? कमेंट में अपनी राय बताएं! 🚀
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