Written by: Sami Akhtar
नई दिल्ली:
भारत सरकार ने आज आधिकारिक रूप से Digital India 2.0 अभियान की शुरुआत की, जिसमें देश की डिजिटल क्षमता को अगले स्तर पर ले जाने के लिए AI Development India, Cybersecurity in India और Rural Digital Connectivity को प्राथमिकता दी गई है।
इस नई डिजिटल पहल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान किया। उन्होंने कहा कि “डिजिटल इंडिया अब सिर्फ एक मिशन नहीं, बल्कि भारत की भविष्य की आत्मा है।”
🇮🇳 क्या है Digital India 2.0?
Digital India 2.0 दरअसल पहले संस्करण की सफलता को आगे बढ़ाते हुए भारत को डिजिटल महाशक्ति बनाने की दिशा में एक व्यापक योजना है। यह पहल Indian Digital Transformation का अगला चरण है जिसमें तकनीकी समावेशन, साइबर सुरक्षा, डेटा संरक्षण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
AI Development India: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ज़ोर
सरकार ने AI Development India को Digital India 2.0 की रीढ़ बताया। इसमें शामिल हैं:
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₹10,000 करोड़ का AI मिशन फंड
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100 से अधिक सरकारी योजनाओं में AI का एकीकरण
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AI-प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना
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Bhashini जैसे प्लेटफॉर्म को बढ़ावा – जिससे भारत की भाषाओं में AI सेवाएं मिल सकें
“AI आने वाले समय में कृषि से लेकर न्याय प्रणाली तक हर क्षेत्र में क्रांति लाएगा।” – केंद्रीय IT मंत्री
Cybersecurity in India: डिजिटल सुरक्षा की नींव
Cybersecurity in India अब राष्ट्रीय प्राथमिकता बन गई है। नई योजनाओं में निम्नलिखित शामिल हैं:
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राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति 2025 का ड्राफ्ट पेश
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Cyber Swachhta Kendra 2.0
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सरकारी और निजी सेक्टर के लिए Zero Trust Framework
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राष्ट्रीय साइबर रेंज (National Cyber Range) की स्थापना
इसके अलावा सरकार ने हर राज्य में एक Cyber Response Team (CRT) बनाने का निर्देश दिया है।
Rural Digital Connectivity: गांवों को डिजिटल भारत से जोड़ना
Rural Digital Connectivity के तहत अब हर पंचायत को:
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5G आधारित इंटरनेट कनेक्टिविटी
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डिजिटल शिक्षा केंद्र
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e-Governance सेवाएं
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डिजिटल हेल्थ कियोस्क
प्रधानमंत्री ने कहा,
“भारत का विकास गांवों के डिजिटलीकरण के बिना अधूरा है। Digital India 2.0 में हम ग्रामीण भारत को स्मार्ट भारत बनाएंगे।”
अब तक की प्रगति – Indian Digital Transformation
Digital India 1.0 की प्रमुख उपलब्धियाँ:
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95% सरकारी सेवाएं ऑनलाइन
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90 करोड़+ लोग डिजिटली जुड़े
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UPI से 12 अरब+ लेनदेन
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20 लाख से अधिक CSC (Common Service Centres)
अब Digital India 2.0 से यह अपेक्षा है कि:
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देश की GDP में डिजिटल इकोनॉमी का योगदान 25% तक पहुंचे
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10 लाख+ नई डिजिटल नौकरियाँ बनें
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डेटा लोकलाइजेशन और प्राइवेसी सुरक्षा सशक्त बने
निजी क्षेत्र की भागीदारी
सरकार ने Google, Microsoft, TCS, Infosys, और कई स्टार्टअप्स से साझेदारी की घोषणा की है:
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Google भारत भाषा मॉडल में निवेश करेगा
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Infosys स्वास्थ्य डेटा इंटीग्रेशन में सहायता करेगा
विशेषज्ञों की राय
प्रो. रचना वर्मा (IIT दिल्ली):
“Digital India 2.0 भारत को एक नॉलेज इकोनॉमी में बदल सकता है। खासकर AI और Cybersecurity में भारत की स्थिति वैश्विक स्तर पर मज़बूत होगी।”
जनता की प्रतिक्रिया
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शहरी युवा इससे काफी उत्साहित हैं
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ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को डिजिटल केंद्रों से सीधा लाभ
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छात्र और स्टार्टअप इस पहल में अवसर देख रहे हैं
एक किसान का बयान:
“अगर गांव में तेज़ इंटरनेट और सरकारी सुविधा मोबाइल पर मिले तो हमें बार-बार शहर नहीं जाना पड़ेगा।”
निष्कर्ष
Digital India 2.0 भारत के डिजिटल भविष्य की मजबूत नींव है। इसमें AI Development India, Cybersecurity in India, और Rural Digital Connectivity जैसे फोकस एरिया देश को आत्मनिर्भर और वैश्विक टेक्नोलॉजी नेता बना सकते हैं। यह सिर्फ योजना नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के डिजिटल अधिकारों और अवसरों की नींव है।
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