नई दिल्ली: भारत में गोल्ड स्मगलिंग (Gold Smuggling) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इसका सबसे बड़ा कारण है दुबई में सोने की कम कीमत और टैक्स की भारी बचत।
भारतीय तस्कर हर साल टनों के हिसाब से दुबई से अवैध तरीके से सोना भारत ला रहे हैं, जिससे सरकार को भारी राजस्व (Revenue) का नुकसान हो रहा है।
तो आखिर दुबई का सोना इतना आकर्षक क्यों है और भारत में इसकी तस्करी क्यों हो रही है? आइए इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
दुबई का सोना भारत के मुकाबले सस्ता क्यों?
दुबई दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड ट्रेडिंग हब है। यहां सोने की कीमत भारत की तुलना में कम होती है, जिसके पीछे ये मुख्य कारण हैं:
🔹 कम टैक्स:
- दुबई में सोने पर कोई आयात शुल्क (Import Duty) नहीं है, जबकि भारत में 15% तक टैक्स लगता है।
- दुबई में सिर्फ 5% वैट (VAT) लगता है, जबकि भारत में GST और अन्य करों का भार अधिक होता है।
🔹 सीधा आयात और कम लागत:
- दुबई में गोल्ड डायरेक्टली माइनिंग कंपनियों से खरीदा जाता है, जिससे इसकी कीमत भारत से कम होती है।
- भारत में सोने की खरीद कई बिचौलियों और शुल्कों से गुजरती है, जिससे कीमत बढ़ जाती है।
🔹 सोने की शुद्धता (Purity):
- दुबई में आमतौर पर 24 कैरेट (99.9% शुद्ध) सोना बेचा जाता है।
- भारतीय बाजार में मिलावटी सोने का चलन भी देखा जाता है, इसलिए लोग दुबई के शुद्ध सोने को अधिक पसंद करते हैं।
भारत में सोने की तस्करी क्यों बढ़ रही है?
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड कंज्यूमर है और यहां शादी-ब्याह और त्योहारों पर सोने की भारी मांग होती है।
लेकिन जब टैक्स ज्यादा होता है, तो तस्करों के लिए इसे गैर-कानूनी तरीके से लाना फायदेमंद हो जाता है।
📌 2023 में भारत में 8000 किलो से ज्यादा सोना अवैध रूप से लाया गया था।
📌 दुबई से भारत आने वाली फ्लाइट्स पर 60% से ज्यादा स्मगलिंग के मामले दर्ज होते हैं।
कैसे होती है गोल्ड स्मगलिंग?
गोल्ड स्मगलिंग के लिए तस्कर नई-नई तरकीबें अपनाते हैं।
1️⃣ बॉडी पर टेप से चिपका कर लाना:
- दुबई से भारत आने वाले यात्री अपने शरीर से चिपकाकर सोना लाते हैं।
- सिक्के या बार को अंडरवियर, जूतों, बेल्ट या बैग की हाइडन पॉकेट में छिपाया जाता है।
2️⃣ इलेक्ट्रॉनिक सामान में छुपाकर:
- कई तस्कर सोने को मोबाइल फोन, लैपटॉप, पावर बैंक या अन्य गैजेट्स में छुपाकर लाते हैं।
3️⃣ हैंड कैरी फ्लाइट्स और ट्रांसिट पैसेंजर का इस्तेमाल:
- दुबई से आने वाले पैसेंजर्स को भारी कमीशन देकर तस्कर सोना मंगवाते हैं।
- कई बार सोना नेपाल, बांग्लादेश या श्रीलंका के जरिए भारत पहुंचाया जाता है।
4️⃣ फर्जी डॉक्यूमेंट्स के जरिए सोना लाना:
- कुछ लोग फर्जी बिल बनाकर सोने को कानूनी रूप से लाने की कोशिश करते हैं, लेकिन कस्टम अधिकारियों की सतर्कता से यह पकड़ लिया जाता है।
भारत सरकार क्या कर रही है?
सरकार ने गोल्ड स्मगलिंग रोकने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं:
✅ एयरपोर्ट्स पर X-ray स्कैनर और मेटल डिटेक्टरों की संख्या बढ़ाई गई है।
✅ स्मगलिंग रोकने के लिए कस्टम अधिकारियों की संख्या बढ़ाई गई है।
✅ विदेशी यात्रियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है।
✅ सोना आयात करने के लिए नए नियम लागू किए गए हैं, जिससे इसकी कीमत कम की जा सके।
तस्करों का बड़ा नेटवर्क और पुलिस की कार्रवाई
📌 हाल ही में मुंबई एयरपोर्ट पर 5.3 किलो सोना जब्त किया गया था, जिसकी कीमत करीब 3.2 करोड़ रुपये थी।
📌 दिल्ली और कोलकाता एयरपोर्ट पर हर महीने औसतन 50 किलो सोना पकड़ा जाता है।
📌 केरल में कस्टम विभाग ने 6 लोगों के गैंग का पर्दाफाश किया, जो दुबई से हर हफ्ते 10 किलो सोना ला रहे थे।
क्या सरकार सोने पर टैक्स कम कर सकती है?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत में सोने पर टैक्स कम किया जाए, तो लोग कानूनी रूप से इसे खरीदेंगे और स्मगलिंग में कमी आएगी।
📌 अगर आयात शुल्क 15% से घटाकर 5-7% कर दिया जाए, तो अवैध कारोबार में भारी गिरावट आ सकती है।
📌 इससे सरकार को टैक्स रेवेन्यू भी बढ़ेगा और आम जनता को भी सस्ता सोना मिलेगा।
निष्कर्ष
दुबई में सस्ता सोना, कम टैक्स और अधिक मुनाफा होने के कारण भारत में इसकी स्मगलिंग तेजी से बढ़ रही है।
हालांकि, सरकार कस्टम कानूनों को और सख्त कर रही है और तस्करों पर शिकंजा कस रही है, लेकिन जब तक सोने पर टैक्स ज्यादा रहेगा, तब तक यह खेल बंद नहीं होगा।
🚨 क्या आपको लगता है कि भारत में सोने पर टैक्स कम होना चाहिए? हमें अपनी राय कमेंट में बताएं!
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