नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने वीडियो कॉल पर अपनी प्रेमिका से बात करते हुए खुदकुशी(suicide) कर ली। बताया जा रहा है कि युवक ने यह कदम प्रेमिका द्वारा ब्लैकमेल किए जाने की वजह से उठाया। इस घटना के बाद मृतक के परिवार ने प्रेमिका के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
घटना का पूरा मामला
मामला दिल्ली के एक नामी इलाके का है, जहां 24 वर्षीय रोहित (परिवर्तित नाम) ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस के अनुसार, घटना के समय रोहित अपनी प्रेमिका के साथ वीडियो कॉल पर था। घटना के कुछ ही मिनट पहले उसने अपने एक दोस्त को फोन करके कहा था कि वह बहुत परेशान है और अब और सहन नहीं कर सकता।
रोहित के परिवार वालों ने दावा किया है कि उसकी प्रेमिका उसे लगातार ब्लैकमेल कर रही थी और इसी वजह से वह तनाव में था। बताया जा रहा है कि प्रेमिका ने रोहित के कुछ निजी वीडियो और तस्वीरों का इस्तेमाल कर उसे धमकाया था, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गया था।
पुलिस जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस जांच के दौरान यह भी सामने आया कि रोहित और उसकी प्रेमिका के बीच काफी समय से विवाद चल रहा था। रोहित के मोबाइल फोन और चैट हिस्ट्री की जांच करने पर यह पता चला कि प्रेमिका उसे पैसे देने और शादी करने के लिए दबाव बना रही थी।
रोहित के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वह पिछले कुछ हफ्तों से बहुत तनाव में था और कई बार आत्महत्या करने की बात कह चुका था। दोस्तों का यह भी कहना है कि उन्होंने उसे समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन प्रेमिका की धमकियों से वह काफी डर गया था।
मृतक के परिवार ने की न्याय की मांग
रोहित के माता-पिता का कहना है कि उनके बेटे ने खुदकुशी नहीं की, बल्कि उसे आत्महत्या(suicide) के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि रोहित की प्रेमिका के खिलाफ ब्लैकमेलिंग और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जाए।
रोहित की मां ने रोते हुए कहा, “हमारा बेटा बहुत सीधा-साधा था। उसने कभी किसी का बुरा नहीं किया। उसकी प्रेमिका उसे लगातार ब्लैकमेल कर रही थी और धमका रही थी। अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती, तो आज हमारा बेटा जिंदा होता।”
प्रेमिका की सफाई
वहीं, दूसरी तरफ जब पुलिस ने प्रेमिका से पूछताछ की तो उसने सभी आरोपों से इनकार कर दिया। उसका कहना है कि रोहित मानसिक रूप से पहले से ही तनाव में था और उसने कभी उसे ब्लैकमेल नहीं किया। उसने यह भी दावा किया कि वीडियो कॉल के दौरान जब रोहित ने यह कदम उठाया, तो वह उसे रोकने की कोशिश कर रही थी।
कानूनी पहलू और पुलिस की कार्रवाई
फिलहाल, पुलिस ने रोहित की आत्महत्या को लेकर मामला दर्ज कर लिया है और उसकी प्रेमिका से गहन पूछताछ कर रही है। साथ ही, पुलिस ने रोहित का मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य डिजिटल डिवाइस जब्त कर लिए हैं ताकि सबूत इकट्ठा किए जा सकें।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जांच में यह साबित हो जाता है कि प्रेमिका ने रोहित को ब्लैकमेल किया था और उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया, तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) और धारा 384 (ब्लैकमेलिंग) के तहत मामला दर्ज हो सकता है।
समाज को सबक लेने की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर यह दिखाया है कि मानसिक तनाव और ब्लैकमेलिंग कितनी खतरनाक हो सकती है। युवाओं को ऐसे मामलों में सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर परिवार और दोस्तों से मदद लेने की सलाह दी जाती है।
अगर कोई व्यक्ति मानसिक तनाव में है या आत्महत्या(suicide) के बारे में सोच रहा है, तो उसे तुरंत परामर्श लेना चाहिए और अपने करीबी लोगों से बात करनी चाहिए। आत्महत्या किसी भी समस्या का हल नहीं है, बल्कि इससे केवल अपनों को दर्द मिलता है।
निष्कर्ष
रोहित की आत्महत्या का मामला यह दर्शाता है कि रिश्तों में विश्वास और पारदर्शिता कितनी जरूरी है। ब्लैकमेलिंग और मानसिक उत्पीड़न से बचने के लिए सही समय पर मदद लेना और कानूनी कदम उठाना आवश्यक है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।