कीव, यूक्रेन: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के तीन साल पूरे होने पर रूस ने एक बड़ा हवाई हमला किया है। इस हमले में 267 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जिससे कीव समेत 13 शहरों पर बड़े पैमाने पर अटैक किया गया। यूक्रेनी रक्षा बलों ने इस हमले को रोकने की कोशिश की, लेकिन उनका जवाबी हमला नाकाम रहा।
रूस का बड़ा हमला
रूसी सेना ने यूक्रेन के खिलाफ इस बार ड्रोन का ऐसा बड़ा इस्तेमाल पहली बार किया है। इन ड्रोन में से कई आधुनिक तकनीक से लैस थे, जिससे यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली को चुनौती का सामना करना पड़ा। रूसी ड्रोन ने यूक्रेन के 13 प्रमुख शहरों पर हमला किया, जिनमें शामिल हैं:
- कीव (Kyiv) – राजधानी शहर, जहां विद्युत ग्रिड और सरकारी भवनों पर हमला हुआ।
- ओडेसा (Odesa) – बंदरगाह शहर, जहां तेल भंडार और व्यापारिक सुविधाओं पर निशाना साधा गया।
- खार्कीव (Kharkiv) – यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र में स्थित इस शहर में सैन्य ठिकानों पर हमला किया गया।
- लविव (Lviv) – पश्चिमी यूक्रेन में स्थित इस शहर में राहत पड़ाव और आपूर्ति रेखाओं पर निशाना साधा गया।
- मारियुपोल (Mariupol) – पहले से ही तबाह इस शहर पर फिर से हमला किया गया।
- ज़ापोरिज़्ज़िया (Zaporizhzhia) – इस क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा संयंत्र के आसपास की सुविधाओं पर हमला किया गया।
- डोनेट्स्क (Donetsk) – यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र में स्थित इस शहर पर भी हमला किया गया।
- मिकोलायव (Mykolaiv) – इस शहर पर भी ड्रोन हमले से क्षति हुई।
- सुमी (Sumy) – यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित इस शहर पर भी हमला किया गया।
- विनित्सा (Vinnytsia) – इस शहर में नागरिक बुनियादी ढांचे पर निशाना साधा गया।
- चेर्निहिव (Chernihiv) – यूक्रेन के उत्तरी क्षेत्र में स्थित इस शहर पर भी हमला किया गया।
- द्निप्रो (Dnipro) – यूक्रेन के मध्य भाग में स्थित इस शहर पर भी ड्रोन हमले से क्षति हुई।
- क्रीवी रिह (Kryvyi Rih) – यूक्रेन के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित इस शहर पर भी हमला किया गया।
इन हमलों में कई जगहों पर विद्युत ग्रिड, तेल भंडार, सैन्य सुविधाएं और नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा।
रूसी पक्ष ने इस हमले को “सामरिक ऑपरेशन” का नाम दिया है और कहा है कि यह यूक्रेनी सेना की लड़ाकू क्षमता को कमजोर करने के लिए आवश्यक था। विश्लेषकों का कहना है कि यह हमला यूक्रेन की आर्थिक और सैन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार किया गया है।
यूक्रेन की प्रतिक्रिया
यूक्रेनी रक्षा बलों ने इस हमले को रोकने के लिए अपनी सभी वायु रक्षा प्रणालियों को तैनात किया। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, उन्होंने 200 से अधिक ड्रोन को नष्ट कर दिया, लेकिन कई ड्रोन फिर भी अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब रहे। यूक्रेनी सेना ने रूसी ठिकानों पर जवाबी हमला करने की कोशिश की, लेकिन उनका यह प्रयास नाकाम रहा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस हमले को “आतंकवादी कार्रवाई” कहा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद की मांग की। उन्होंने कहा, “रूस ने फिर से यह साबित कर दिया है कि वे मानवता के लिए खतरा हैं। हम अपनी मातृभूमि की रक्षा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”
नागरिकों पर असर
इस हमले से यूक्रेन के नागरिकों को भी बड़ा नुकसान हुआ है। कई इलाकों में बिजली और पानी की सप्लाई बाधित हो गई है। लोगों को आश्रय में जाने की सलाह दी गई है। यूक्रेन के आपातकालीन सेवा विभाग के अनुसार, इस हमले में कई नागरिक घायल हुए हैं और कुछ की मौत भी हो गई है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने रूस की नीतियों की निंदा की है। अमेरिका, यूरोपीय संघ और नाटो ने रूस के इस हमले को “अनैतिक और अवैध” करार दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा, “रूस ने फिर से अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है। हम यूक्रेन का साथ देने के लिए तैयार हैं।”
आगे की स्थिति
विश्लेषकों का मानना है कि इस हमले से यूक्रेन-रूस संघर्ष और भी गहरा हो सकता है। यूक्रेन को अब अपनी वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत करने की जरूरत है, जबकि रूस इस बात पर जोर दे सकता है कि उनकी ड्रोन तकनीक असरदार है।
जंग के तीन साल पूरे होने पर यह हमला एक नई चुनौती का संकेत है। दुनिया अब यह देख रही है कि यूक्रेन और रूस के बीच यह संघर्ष कहां तक पहुंच सकता है। Read More..